ಬಸವಣ್ಣ   
  ವಚನ - 39     
 
ತನ್ನಿಚ್ಚೆಯ ನುಡಿದರೆ ನಚ್ಚುವುದೀ ಮನವು: ಇದಿರಿಚ್ಚೆಯ ನುಡಿದರೆ ಮಚ್ಚದೀ ಮನವು ಕೂಡಲ ಸಂಗನ ಶರಣರ ನಚ್ಚದ ಮನವ ಕಿಚ್ಚಿನೊಳಗಿಕ್ಕುವೆ!
Hindi Translation अपनी इच्छित बात कहने से यह मन प्रसन्न होता है, अनिच्छित बात कहने से यह मन प्रसन्न नहीं होता, कूडलसंग के शरणों पर श्रद्धा – विश्वास न रखनेवाले मन को आग में झोंक दो ॥ Translated by: Banakara K Gowdappa