Hindi Translationएक मन; उस मन में लिंगत्रय को एक बार याद करने की रीति कैसे ?
जान जानकर लिंग निपुणता!
आगे याद करे तो पीछे नहीं,पीछे याद करे तो आगे नहीं ,
एक में दो दो रहे कहे तो,
भाव भ्रम के बिना सहज नहीं |
निरुपाधिक लिंग को उपाधि में ला सकते ?
स्वतंत्र लिंग को परतंत्र में ला सकते ?
गुहेश्वरा तुमारे हावभाव लावण्य जानने से,
कैसे रहा था संत ?
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura