Hindi Translationशरीर ही कृष्णाजिन बने, मन ही योगभूमी बने;
इंद्रिय कुतंत्र से हुआ उपमा है अय्या !
क्या कह सकता? कैसे कह सकता?
सुख के स्पर्श से हुई समाधि अय्या !
अंतरंग का चिथडा चिंतित हुआ ब्रह्म,
गुहेश्वर लिंग में संग है।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura