Hindi Translationतितैया कीट जैसे, शरीर पर मिट्ठी न लगने जैसे
रहा था न बसवण्णा ।
जल में रहा कमल जैसे रहने पर भी न रहे जैसे,
रहा था न बसवण्णा।
जल से हुआ मोति जैसे,
जल खुद न बने जैसे रहा था न बसवण्णा
गुहेश्वर लिंग की आज्ञा अपनाकर,
तनुगुण से मत्तहुए ऐश्वर्यांधकों की
राय क्या करने आया अय्या संगनबसवण्णा ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura