Hindi Translationतनु जैसे मंदिर में मस्तकाग्र जैसे शयनगृह में,
प्राणलिंग स्वयं प्रतिष्टा बनी हो तो,
गुरु जैसा अर्चक मंत्र जैसे आगमिक भी
लिंग जैसे उत्सव विग्रह को करस्तल जैसे रथ में मूर्तकर -
उस करस्थल जैसे रथ को ज्ञान क्रिया दो पादद्वय दोनों मिलकर
चार पहियों को सजाये, पंचेंद्रिय जैसे पता का बांधकर
एकोभाव जैसे कलश रखकर, दशवायु जैसे पाश से बांधकर
षडंग जैसे कील पीटकर, सप्तधातु जैसे
रेशम कपडों से अलंकृत कर
अष्ट मद सप्त व्यसन जैसे हाथी घोडे भी
महा नाद जैसे नगाडे वाद्यसहित
षोडश विकार जैसी नर्तकी मेला आरती से
अंतःकरण चतुष्टय जैसे चामर धारकों से
मन जैसे मोटे रस्सी, करण जैसे पदातियों से पकड़वाये
सुबुद्धि जैसी भूमि में आनंद जैसे राजा रथ चलाते
याद निष्पत्ती जैसे स्थान में खडाकर-
इष्टलिंग जैसे उत्सव विग्रह को
हृदय कमल जैसे अंतराल में मूर्त बनाकर
आनंद जैसा राजाने निराल जैसे अपरिमित शहर को
प्रवेश किया देख गुहेश्वरा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura