Hindi Translationभक्त जंगम का रहस्य संबंध को कौन जानते कह ?
अर्थ अर्पितकरनेवाला भक्त नहीं,
प्राण अर्पित करनेवाला भक्त नहीं ?
अभिमान अर्पित करनेवाला भक्त नही ?
वह क्या कारण कहेंतो – सत्य सदाचार योग्य ने होने से।
उस भक्त के घर में घुसे – पादार्चन करवाकर
पेठ की व्याकुलता से भोजनकर,
चिंता की व्याकुलता से पैसे माँगकर।
देने से प्रशंसा कर, न देने से निंदाकर जानेवाला जंगम नहीं।
आदि अनादि से उधर उधर पहले हुआ,
महा घन को भेदकर देख जानकर,
शरीर के जीव की सिलाई को खोले फेंककर,
अपने को ही अर्पितकररहनेवाला भक्त
सूझ के सूतक को बिना दिखाये, पेठ की चिंता की शुचि से न चाहे।,
ज्ञान ही अंग बने, आप्यायन ही भक्ति बने, सेवा कहें शिवमंत्र को
नमो नमो कहनेवाला वहीं जंगम।
उस जंगम केउस भक्त का सम्मेळ ही सम्मेळ।
बाकी आधेभक्तों के साथ संग
हमारे गुहेश्वर लिंग को न अच्छा लगता।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura