Hindi Translationलिंग गंभीर सुनाद ही तनुगुण चरित्र,
जंगम गंभीर अनाहत ही मनगुण स्वभाव |
इन दोनों का संबंध ही देह।
परमानंद जल में धोकर, महा प्रकाश में सूखकर,
अनाहत मथन में जोड़कर, उस वस्त्र को मुझे दे तो
पहनने के पहले ही जल गया देख।
वह जलन आँख को न दीखना, मन में याद न करना,
जलना है उष्ण रहित वह स्वयं ज्योति
निज निवास में निश्चित बना रहा, मडिवाळ की कृपा से
मैं जिंदा हूँ देख गुहेश्वरा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura