Hindi Translationसोने जैसे कार्मिक को निंदाकर फाडकर,
मिट्ठी जैसे भव का भव फाडकर,
स्त्री जैसी राक्षसी की गिलहरी में फंसे
चबे चबे खिला लेने से
जडजीवियों के संग से हुए सकल सुख भोगों को छोडे ;
लिंगरति परम सुख के चिदमृत नित्य तृप्त
संतोष को अवकाश देकर,
वेषके भ्रांति का भ्रामक समय कुल पाषंडीयों का सत्संगछोडकर
निराशा पथ का सुज्ञान ही अनुकूल बने
घृत फल मधुर रस मृष्टानों में
मन मग्न हुआ परम प्रसाद में
परिणामी हुआ परम लिंगैक्य विरक्त को लिंगार्पित के बिना
ऐसे क्रम जानकर सकल भ्रांत न मिठे
मन्मथ वेषधारी पंचलोह कर्मधारण कर
लिंगार्पित भिक्षा कहते खाने सब खाध्य
वराह,कुक्कुट,मेघ्य,उनको प्रसाद कहना स्वप्नमें भी ------
-------- लेना सब गधे का माँस देख गुहेश्वरा ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura