Hindi Translationआदि जंगम अनादि भक्त कहना बसवण्णा तुम्हारे बिना
और कौन जानता?
नित्य निराकार घन बिना शक्ति रहे तो,
तभी शून्य हुआ था जैसे,
तू घन चैतन्य जैसा शरीर धारण करे तो,
वह शून्य परब्रह्म जैसा नाम पाया था।
वह महाघन अपने विनोद से साकार हुआ हो तो
तू धर्म जैसे काया धारणकर, उस मूर्ति का आधार बने हो तो
जगत्कर्ता शिव जैसा नाम हुआ था बसवण्णा।
जंगम ही लिंग जैसा तू माने तो,
तेरी सन्निधि से प्रतिनिधि बना था देखा बसवण्णा।
लिंग पकड़े तू पूजा करने से
लिंग नाम पाया था देखा बसवण्णा ।
प्रसाद को तू लेकर मार्ग दिखाने से
प्रसाद नाम पाया था देखा बसवण्णा ।
इस कारण तू ही अनादि भक्त, मैं ही अनादि से उधर उधर
तू करने से मै हुआ कहना
हमारा गुहेश्वरा लिंग जानता देखा संगनबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura