Hindi Translationशूल के ऊपर के शिर का वैभोग कौन चाहने से क्या?
खाने को पेठ नहीं लिंगार्चन नहीं।
अंग भोग को कर-चरण नहीं।
अंग नहीं कहे बात तुम्हें क्यों? जला, भंग,
लिंग निराला गुहेश्वरा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura