Hindi Translationअय्या, निराल नि:श्शून्य परम भक्त-जंगम खुद बनना जानते
सिर्फ घमंड से आगे चलते तीन मल स्वीकार कर,
हम ही भक्त जंगम जैसे बोल ते कर्म कांडी
काशी, केदार, श्रीशैल, गया, प्रयाग, शिवगंगा, कांची, काळहस्ती, पंपाक्षेत्र
वीराण्णा, बसवण्णा, कल्लण्णा, मल्लण्णा
कंथे, कमंडल, आसन, पादुका, भस्म, घंटी, पुराण, दंडाग्र
छोटी, थाली, शंख
तिथि, वार, नक्षत्र, पूर्णिमा, अमावास्या, सूर्यचन्द्राग्नि, दीपारति,
गंगा, गौरी, विघ्नेश्वर आदि इन्हें देव समझकर
पत्थर, मिट्टी, पेड़ से रचित, गली, कोना, कपाट चबूतरा बनकर
उसे धुलाये जल झूठन खानेवालों को देव-भक्त कह सकते?
ऐसे अनाचारी, श्वपच, भक्त-जंगम-भगवान माने पूजा मत करना।
निराभारी, वीरशैवाचार, क्रियाज्ञान वैराग्य सद्भक्ति युक्त
सद्भक्त शिवशरण की पूजाकर पादोदक-प्रसाद लेने से
भवपाश कर्म दूर होंगे देखा गुहेश्वर लिंग में
चेन्नबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura