Hindi Translationशरण गण सुनिए - उस मूलमंत्र मूर्ति की स्थिति;
ब्रह्मांड के बीच में पिंडाकृति धारण कर;
उस पूर्वाश्रय स्वरूप बना ।
पिंड ब्रह्मांडों का जीवनवर्तन
दुर्मार्ग - बुरी चाल-दुराचार-दुर्गुणों को त्यागकर,
गुरु-लिंग - जंगम-भक्त - माहेश्वर-प्रसादी-प्राणलिंगी -
शरण ऐक्य गणों में
शोभायमान थे देख-
निरवय शून्य लिंग मूर्ति गुहेश्वरलिंग चेन्नबसवण्ण ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura