Hindi Translationदेह भाव मिठे बिना जीव भाव नहीं मिठता।
जीव भाव मिठे बिना भक्ति भाव न अपनाता।
भक्ति भाव अपनाये बिना ज्ञान न दीखता।
ज्ञान दिखाये बिना चिह्न नष्ट नहीं होता।
चिह्न नष्ट हुए बिना माया नाश नहीं होती।
इस कारण -
शरीर को जीव की सिलाई मिठने का भेद जान सके तो
गुहेश्वर लिंग का ज्ञान साध्य होगा देख सिद्धरामय्या।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura