Hindi Translationप्रणम उच्छार करनेवाला प्रामाणिक सब ,
प्रणव मंत्र का अर्थ समझकर देखिये ।
प्रणव -'नाहं'- कहता?
प्रणव कोडिहं- कहता?
प्रणव सोडिहं-कहता?
प्रणव चिदहं -कहता- न कहता, प्रणव भर्गों देवस्य धीमहि- कहता।
‘सवितु: पदमंग: स्यात् भर्गस्तुलिंगमेव च ।
धीमहि पदमित्येषां गायात्र्यांलिंगसंबंध:।। - कहने के अनुसार
प्रणव का अर्थ खुद तुम ही हो- गुहेश्वरा ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura