Hindi Translationशून्य को रूप दिया एक शरण ने।
उस मूर्ती में भक्ति स्वायत किया एक शरण ने।
उस भक्ति को सुज्ञान मुख बनाया एक शरण ने।
उस सुज्ञान को लिंग मुख बने धारण किया एक शरण ने।
उस लिंग को सर्वांग वेध कर लिया एक शरण ने।
उसे सर्वांग को निर्वाण समाधि में खड़ा किया एक शरण ने।
मैं निर्वाण में खड़े अगम्य हुँअ कहें तो,
भक्ति से तृप्त मुझे अपने पास बुलाया एक शरण ने।
गुहेश्वरा तुम्हारा शरण संगन बसवण्णा का श्रीपाद देख
शरण कह जीताहूँ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura