Hindi Translationभाव सद्भाव निर्भाव जैसे त्रिपुटि भाव कौनसे कहें तो:-
जड अपने को अजड मनसे ही
तदेकनिष्टा से भाँपना ही अब भाव।
सद्भाव कहें तो :-
जड बने बिना दृश्य, उजड बने, बिना अदृश्य
जडाजड बिना सम्मिश्र भाव को भाँपना सद्भाव।
निर्भाव कहें तो:- भाव सद्भाव मिठे
वाचिक अवाचिक बना रहना ही निर्भाव।
ऐसे भाव सद्भाव, निर्भाव जैसे
त्रिपुटि भाव मिठकर बचे महाघन खुद;
श्री गुरु हुआ, लिंग हुआ, जंगम हुआ।
ऐसे त्रिविध पादोदक प्रसाद में
परिणामी बना गुहेश्वरा तुम्हारा शरण।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura