Hindi Translationमति में दुर्मति पैदा होकर,
कलि चिंता में पडी रीति देख।
ज्ञान को अज्ञान आ निगले तो
भानु ग्रहण फसा जैसा हुआ था न।
क्षीर रहा पशु बछड़े से बिछुडे न जाने मोह जैसा रहा था न।
कहने में युक्त, सुनने में मुक्त कहना सब,
अज्ञान भाव में आया था न।
जलपर लिखी लिपी को पढनेवाले है क्या ?
उत्तमांश ज्ञानी के बिना ?
आईने में देखे तो भिन्न है अय्या ?
अपनी आँख को बिना देखे जैसा था
दर्पण के अंदर का प्रकाश।
प्रकाश के अंदर का प्रकाश,
गुहेश्वर रहने की जगह जान देखिये !
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura