Hindi Translationसंसार जैसी शरधि रोके तो,
ज्ञानी को अंगहीजहाज, मन ही मल्लाह,
ज्ञान-सुज्ञान जैसी हवा बहते,
सुलक्षण से संचार कर रहे तो,
आयेंगे मछली, मगर, अष्टगिरि - सावधान ।
कुल संचार की जहाज लगती है - होशियार रहो
जागृत, स्वप्न , सुषुप्ति में बिना भूले।
अंधकार है, उधर चलो; उत्तरा नक्षत्र की प्रभा है।
व्यापारी होशियार, शहर है - गुहेश्वरा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura