Hindi Translationहटयोग के लटकते कहते छोटे बनना कहते
वज्र देवता स्त्री कल्प कहते मलमूत्र सेवन करते
यह पूर्व नवनाथ सिद्धों का मतोक्त कहते
कापालिकाचरण आचरण न करनेवाले शरण
और,
सिर में वात पित्थ श्लेष्म निकाले
अमृत कहते क्षुद्र दृष्टि न दिखानेवाले शरण ।
झरने देह में जल के फल रस क्षीर घृत आदि सेवन करते
आहार छोडे कहे भूत चेष्टक नहीं शरण ।
ऐसे ये सब बुरे झूठ भ्रांत समझकर निर्धार कर निज रूप में खडे,
गुहेश्वरा तुमारे शरण अग्रगण्य ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura