Hindi Translationअय्या, नवरत्न प्रकाश के समशिला रूप
पत्थरों के बीच में क्रियाग्नि रहकर दहन कृत्यों को अधीन न बने जैसे;
कुंतण आदि समस्त देशो में सूर्य का प्रकाश मृग तृष्णा जल अश्व-गज-हिरन जैसे
ऑ॑ख को दिखाकर स्वाधीन न होने जैसे;
एक न एक चित्रकार के मन मध्य में
अनंत चित्र विचित्र प्रकाश छिपे रहे जैसे;
कंठ, लेखनी, कलम, के नोक में समस्त वर्ण छिपे रहने जैसे;
आईने में अनंत बिंब छिपे रहे जैसे;
पीत पितांबरों आदि समस्त वस्रों के बीच में
समस्त रंग छिपे रहे जैसे;
गूंगे के अंतरंग मे नाम-रूप क्रिया छिपे रहे जैसे;
कवित्व रहे शास्रज्ञ के अंतरंग में
अर्थ-अन्वय-आकांक्षा छिपे रहे जैसे;
सच्चिदानंद स्वरूप सद्भक्त शिव शरण गणों में गोप्य रहे
हठयोगी आदि कर्म कांडियों को अगोचर रहे देख।
निरवय शून्य लिंगमूर्ति गुहेश्वर लिंग चेन्नबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura