Hindi Translationअय्या, समस्त धान्यादि में, समस्त फलादि में,
समस्त पुष्प पत्रादियों में
मधुर, काढा, क्षारा, आम्ल, कसैला, लवणआदि
समस्त परम चिद्रस छिपे जैसे,
षोडश मदगज अंतरंग मध्य में
समस्त वैराग्य, तिरस्कार स्वरूप महाज्ञान में छिपे जैसे,
चंद्रकांतशिला मध्य में चिज्जल छिपे जैसे ,
करवीर, जायफूल ,मल्लिका, बकुल, पादरी, पारिजात, मोरगा,
चमे ली, कमल, कमलिनी, चंपा, दवन, पच्चे, कस्तूरी,
मरुग, बिल्व आदि पुष्प पत्रादि में
महा सद्वासना स्वरूप परिमल छिपे जैसे,
प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान,
नाग, कूर्म, कृकर, देवदत्त, धनंजय जैसे दशवायु के बीच में
भ्रमर नाद, वीणा नाद, घंटा नाद ,भेरि नाद, मेघ नाद
प्रणम नाद, दिव्य नाद, सिंह नाद, शरभ नाद, महा नाद छिपे जैसे,
सद्भक्त शिवशरण गणों के बीच छिपे, जग के जीवियॊं को
न दिखे जैसे देख! गुहेश्वर लिंग, चेन्नबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura