Hindi Translationमेरे हृदय कमल के बीच में
मूर्ति बने मेरे प्राणेश्वर को--
मेरी क्षमा ही अभिषेक, मेरा परम वैराग्य ही पुष्पमाला ,
मेरे समाधि संपत्ती ही गंध, मेरा निरहंकार ही अक्षता,
मेरा सद्विवेक ही वस्त्र, मेरे सत्यही दिव्याभरण ,
मेरा विश्वास ही धूप,मेरा दिव्यज्ञान ही दीप ,
मेरी निभ्रांति ही नैवेद्य,मेरा निर्विषय ही तांबूल,
मेरा मौन ही घंटा ,मेरी निर्विकल्पता ही प्रदक्षिणा,
मेरी शुद्धि ही नमस्कार ,
मेरे अंतःकरण से करना सेवा ही आचार
इस रीति से हमारे गुहेश्वर लिंग को प्राण पूजा कर
बाह्य क्रिया भूला देख संगनबसवण्णा ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura