Hindi Translationचमकती ज्योति का सार जैसे शोभित आँखों की कांति,
अंदर बाहर न कहे मिले शिवयोगी को देख
निज खाया निर्मल घन देख चकित हुआ मैं
गुहेश्वर लिंग में चेन्नबसवण्णा से मैं जिया।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura