Hindi Translationमन भूल करे तो लिंग रूप हुआ था।
धन भूल करे तो जंगम रूप हुआ था।
तन भूल करे तो प्रसाद रूप हुआ था।
ऐसे त्रिविध जानकर करे तो शून्य रूप हुआ था।
मन न जानने से लिंग समझा।
धन न जानने से जंगम समझा।
तब न जानने से प्रसाद समझा।
ऐसे त्रिविध सुखों को भूलने से शून्य समझना ।
मन कोलिंग नेअपनाया था।
धनको जंगम नेअपनाया था।
तन को प्रसाद नेअपनाया था।
ऐसे त्रिविध रूप को शून्यने अपनाया था गुहेश्वरा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura