Hindi Translationकर्म की आँचल पकड़े को क्यों छोड़ दिये पिता ?
कर्म का घाव दोनों ओर से दुःखित हुई देखो।
तुम्हारे यकीन की प्यारी बेटी को छोड़ दे तो
कैसे जीऊँ, चेन्नमल्लिकार्जुना ?
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English TranslationTranslated by: Dr. Sarojini Shintri
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai