Hindi Translationआचार सन्निहित हो आये तो,
जंगम दूसरा नहीं हो तो भूतप्राणी कहूँगा।
इच्छा में लिंग ही जंगम जानकर करने में
भक्त न होतो फलदायक कहूँगा।
स्थावर जंगम एक ही कह सकते, शरण संबंधी,
न हो तो पूजक कहूँगा।
ऐसे त्रिविध निर्णय का स्पर्श सुख,
गुहेश्वरा लिंग में बसवण्णा एक ही जानता है।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura