Hindi Translationऐसे मर्त्य लोक के महा गण
अनंत परीक्षा से लक्षणालक्षणों से विचार कर
मार्ग क्रिया अपनाकर भक्तगण बीच में साकार
अनुकरणीय बोलचाल,
परशिव गुरुलिंग जंगम को समर्पित कर,
निर्माल्य हुए पुष्प को
मार्ग क्रिया स्वरूप समाधि में छोड़े
देह रहित हो गये देखा।
ऐसे मार्गाचरण जानकर उसी में संतृप्त हुए
उससे पार दिखाये उल्लंघित क्रिया चरण जानकर
रहे न रहे जैसे, ओढ़े न ओढ़े जैसे, निराकार अनुकरण
परिमल बोलचाल
निराकार परशिव गुरूलिंग जंगम को समर्पित कर
निर्माल्य हुए पुष्प को
उल्लंघित क्रिया स्वरूप समाधि में छोड़े
निरवय निरंजन हुए देखा।
ऐसे मार्ग क्रिया उल्लंघित क्रिया
बोल-चाल - परिमाण - तृप्ति में खुद आप ही आप रहे देखा ।
गुहेश्वर लिंग प्रभु जैसे नामरूप क्रिया मिटकर
संगनबसवण्णा के प्रकाश में महाशून्य हुए देखा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura