Hindi Translationशरीर गुण मिठकर जीवन्मुक्त होने के बाद
सम्यक्ज्ञान जैसी शांति मिली थी देखिये !
अंतरंग बहिरंग कहना न जाने
दैताद्वैत दूर कर, निर्वाण निष्पत्ती से,
गुहेश्वरा तुम्हारा शरण अनुपम सुखी रहा था।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura