Hindi Translationहाथ में डंडा, मन में क्रोध , वचन में विनय ,
लिंग की वार्ता तुझे क्यों कह बसवा ?
जंगम ही लिंग कहें शब्द संदेह सूतकी तू।
सज्जन सद्भक्ति की बात तुझे क्यों कह बसवा ?
लोहे का रूप परुष छूने से सोने हुए बिना
परुष बनता बसव ?
गुहेश्वर जैसे परुष पुत्थली जान सके तो
तू खुद ही समझ देख संगनबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura