Hindi Translationगुरुतत्व में पैदा होकर, शिवतत्व में पले,
परतत्व में मग्न हुआ शरण को
शरीर अपनाये तो क्या? शरीर मिठे निर्वयलहुआ तो क्या?
काय समाधि, करण समाधि, भाव समाधि होने के बाद,
गुहेश्वर लिंग में शून्य भ्रमा मिठाये
सुज्ञान समाधि अपनाना चाहे तो
वहीं निज समाधि सुन सिद्धरामय्या ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura