Hindi Translationसंसार के सारे मैल को उदक अपनायेगा,
उस उदक का मैला बिना धोये
लिंग को मज्जन करने लिंगद्रोहियों की बात न सुनना।
मेघबिंदु से हुआ उदक, सूर्य के मुख से द्रव्य बने,
अग्नि मुख से हुआ पाक-ऐसे इनके पूर्वाश्रय बिना खोये,
भक्त, माहेश्वर, शीलवान आदि
नाना व्रति लिंग को मज्जन नहीं करना है।
अर्पित मत करना, वह कैसे कहें तो -
उदक के पूर्वाश्रय को, द्रव्य के पूर्वाश्रय को
बिना धोये लिंगार्पित मत करना।
ऐसे त्रिविध पूर्वाश्रय धोने की रीति कैसे कहे तो-
उदक पूर्वाश्रय मंत्रयुक्त से
जंगम पादोदक से धोकर
पाक प्रयत्न करना ।
द्रव्यका पूर्वाश्रय जंगम के हस्त परुष से जाने से
अग्नि से हुआ पाक का पूर्वाश्रय
जंगम के प्रसाद से गया था।
शिव के इन वाक्यों को जाने, फिर
जंगम के पादोदक से पाक प्रयत्न न करना,
लिंग को मज्जन नहीं करना कहे ऐसे शैव, बौद्ध
चार्वाक, चांडाल, शिव द्रोहियों की बातें सुनकर,
छोडे तो-वह व्रतभ्रष्ट, उसका मुख न देखना।
साक्षि –“सर्वाचार परिभ्रष्टः शिवाचारेन शुध्यति ।
शिवाचार परिभ्रष्टः रैवनरकं व्रजेत्”॥
ऐसे कहने से समस्त हुए व्रतों में भ्रष्टहुओं को
शिवाचार में शुद्ध कर सकते।
शिवाचार में भ्रष्ट हुओं को रौरव नरक न चूकता ।
उसका प्रायश्चित्त न होने से
उसका मुख मत देखना, फिर-
"व्रतभ्रष्टमुखं दृष्टवा श्वान सूकरवायसं।
अशुद्धस्य तथादृष्टं दूरत: परिवर्जयेत्” ॥
ऐसे कहें तो-
व्रतशील में निरत हुआ शिवशरण के पथ में आचार भ्रष्ट
कोदेखेतो,
मुख देखे तो कुत्ता देखे जैसे, सूतकी देखे जैसे,
कौआ देखे जैसे,
मल देखे जैसे दूर हो जाता है।
उस व्रत को छुड़ाया, उसकी बात सुनकर छोडे
दोनों को गुरुलिंग जंगम पादोदक प्रसाद के बाहर होकर
अनंतकाल नरक में जायेंगे।उन पापियों का मुख मत देखना।।
मत बोलना व्रतनिष्टा में रहे देखा गुहेश्वरा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura