Hindi Translation'चाहने की चाह तू बनी रीति कैसे कह ?
ढूँढने की अपूर्णता तू बनी रीति कैसे कह ?
शरीर ही लिंग, प्राण ही जंगम बने शरण को
दूसरा मंदिर बनवानाक्यों कह ?
गुहेश्वर लिंग साध्य हुआ कहना सिर्फ बात में देखे बिना,
कार्य में न दिखा देख सिद्धरामय्या।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura