Hindi Translationअय्या! न एक मुख न द्विमुख देख निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न त्रिमुख न चतुर्मख देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न पंचमुख षण्मुख देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न सप्नमुख न अष्टमुख देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न नवमुख न दशमुख देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न जीवात्मा न अंतरात्मा देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न जागृत न स्वप्न देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न विश्व न तेजस निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न खेचर, न भूचर देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न जार न चोर देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न घमंडी न दृढ़ता देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
न भुक्त न मुक्त देख, निरवय शून्य लिंगमूर्ति।
ऐसे उभय मिठकर संगन बसवण्णा के
प्रकाश में महा प्रकाश हुआ देख गुहेश्वर लिंग चेन्नबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura