Hindi Translationअय्या, ज्ञानेंद्रिय, कर्मेंद्रिय, विषय,
करण आदि आशापाशों को दूरकर
बोली जैसे चल, चाल जैसे बोल-दृढचित्त से मजबूत बने,
पहले कहे सद्भक्त -माहेश्वर-प्रसादी-प्राणलिंगी
स्थलों को मिलाकर,
परम परिणामी अचलानंद मूर्ति बनकर,
जगमगा कर रहते शिवशरण अंतरंग में
चिन्मय पर हुआ स्वयंभू लीला से,
मिश्र मिश्रों से मिले, सकल तत्व जोड़कर
तेरह स्थलों को क्रोढीकृत कर
छ:हजार नौ सौ बारह मंत्र माला पकड़े,
चौबीस रहस्य गर्भ से
क्षीरा क्षीर मिलकर अभिन्नता से, एक रुप से खडे
ईळा स्वरुप प्रसाद लिंग मूर्ति बनकर स्थित हुआ देख
निरवय शून्य लिंगमूर्ति गुहेश्वर लिंग
चेन्नबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura