Hindi Translationअय्या, प्राण, अपान, व्यान, उदान समान,
नाग, कूर्म, कृकर, देवदत्त, धनंजय जैसे
दशवायु प्राण गुणों को नष्टकर
यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार,
ध्यान,धारण, समाधि जैसे हठयोग जड शैव मार्ग छोड,
निभ्रांत, निश्चिंत, निर्गुणानंद लीला समय, पहले कहें
सद्भक्त-महेश-प्रसादी स्थल को अंग बनाकर
सर्वांग लोचन मूर्ति बनकर प्रभाव
निज प्रणलिंग अंतरंग में चिन्मय स्वरूप लीला से
समस्त तत्वानुभाव मिलाकर
चौदह स्थलों को जोडकर
पाँच हजार एक सौ चौरासी मंत्र मालाऍ॑ पकडे
चौबीस रहस्य गर्भ से सोना लोहा मिले जैसे,
अपने को छुए सब अपने जैसे गुरु वचनोक्ति प्रमाण से
शब्द में निःश्ब्द में छिपे जैसे एक स्वरूप से
यज्ञ स्वरूप मूर्ति जंगम लिंग बनकर स्थिर रहे देख
निरवय शून्य लिंगमूर्ति गुहेश्वर लिंग
चेन्नबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura