Hindi Translationचाहे कोई जाति हो तो;
पुरातन चारित्र्य में चलकर,
गुरु लिंग जंगम के अर्थप्राणाभिमान देकर,
अहंकार मिटे महात्माओं के
चर्वित तांबूल खाऊँगा, खोला पोषाक ओढूँगा।
उनके दोनों पादरक्षाओं को,
सिर पर ढोकर जीऊँगा अय्या ।
उन गणों के सेवक का सेवक हूँ मैं,
जन्म जन्म में बनूँगा देखा गुहेश्वरा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura