Hindi Translationशरीर जैसी महाकदली को जीतनेवालों को किसी को न देखा ।
संसार जैसे सप्त सागर से आवृत हुआ है।
भव जैसे महा जंगल में ,
पंचेंद्रिय जैसी जहर की वर्षा गिर रही है।
क्रोध जैसी बड़ा बाघ गर्जन कर रहा है।
अष्टमद जैसे मदगज गलियों में घूम रहे हैं।
काम जैसे अंगारे की वर्षा में पग मत रखना।
मत्सर जैसे महा सर्प चिनगारियाँ उगल रहे हैं।
आशा जैसे पापी का बच्चा दबा दबा कर खा रहा है।
तापत्रय जैसे तीन तीरों की बर्षा गिर रही है।
अहंकार जैसा पहाड आडा पड़े हैं।
पंचभूत जैसे भूतों का भय मत देखना।
माया जैसी राक्षसी गीला खा रही है ।
विषय जैसा कूप-मत उपयोग करना।
मोह जैसी लता पैर में मत लपेटना ।
लोभ जैसा तेज शस्त्र-म्यान से मत निकालना।
ऐसी कदली को न जाने बिना
देव दानव मानव सब, मति बगडे पागल बने पीछे हट भागे ।
तले आँखवाला, शरीर भर आँखेकाले आगे पीछे बिगड़े।
मैं इस कदली में घुस हिलते डुलते,
काँटे जाडे न छुए काटेजीते जवाब देकर:
गुहेश्वर जैसे लिंग निज समाधि में खडे,
परवश होकर निराल को निराल हुआ हूँ अय्या।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura