Hindi Translationभक्तों के घर में घर बनाये रहे जंगम की इच्छा क्या कहे तो
उस भक्त के तनु मन में बिना मोहित बने,
जाता, आता भक्त जंगम को करनेवाले दासोह देखे,
उनको करने भक्ति मेरी भक्ति समझे रही स्थिति में तृप्तहोकर,
आयी रीति मानकर,
निष्काम्य निस्पृह निद्रोषि बने,
बिना कोप ताप भक्ति ज्ञान युक्त होकर
उस भक्त की बोलचाल में अचेतन पैदा हो तो,
वह ठीक नहीं कहेंमिठाकर,
सत्य की बुद्धि दिखाकर,संतुष्ट होकर रहना ही जंगम लक्षण।
वैसे जंगम ही प्राण बने,
उसकी आज्ञा बिना उल्लंधित,
मन, वचन, काय में बिना उदासीन,
उनसे मिलकर दासोह करना ही भक्त का लक्षण।
इन दोनों को भवं नास्ति है।
ऐसे भक्त जंगम के रहस्य संबंध को
बसवण्णा मानेगा देख गुहेश्वरा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura