Hindi Translationबिना श्रद्धा की भक्ति, बिना दृढ शरीर,
मृड कृपा करे कहें तो कैसे कृपा करेगा ?
तुच्छ मन मत करना,
करे तो भगवान कैसे मानेगा ?
बिना विरल मणि गूँथा कहें तो
पागल, चेन्नमल्लिकार्जुन कैसे कृपा करेगा ?
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English TranslationTranslated by: Dr. Sarojini Shintri