Hindi Translationदूसरों से मिली बात हमें क्यों अय्या?
दूसरों से मिली गोष्टी हमें क्यों अय्या?
लोक के मनुजों से हमें विचार क्यों अय्या ?
चेन्नमल्लिकार्जुन के बिना अनुरागियों से
हमें क्या विचार है अय्या ?
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English TranslationTranslated by: Dr. Sarojini Shintri
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai