Hindi Translationशरणों के मन को चोट लगे जैसे बोलने से
हरजन्म नाश होकर नरजन्म में आयी।
हर की आज्ञा को सिरपर ढोने से,
गिरि का भार हुआ मुझे अय्या।
चेन्नमल्लिकार्जुन के धर्म से
संसार कर्म का बोझ उतार,
झरने का मध्य भाग पार चली।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English TranslationTranslated by: Dr. Sarojini Shintri
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai