Hindi Translationअय्या, मिट्ठी केलिए झगडा करनेवाले को गुरु कहूँगा? वह गुरु नहीं।
स्त्री केलिए झगडा करनेवाले को लिंग कहूँ? वह लिंग नहीं।
सोने केलिए झगडा करनेवाले को जंगम कहूँ? वह जंगम नहीं।
इन त्रिविध मल केलिए झगडा करनेवाले को शरण कहूँ? वह शरण नहीं देख।
यह विचार जानकर मलत्रयों को सर्वावस्ता में बिना आसक्त
गौरव बुद्धि लिंग में आसक्त जंगमानुभाव सर्वाचार संपत्ती का आचरण
शृति – गुरु – स्वानुभाव से जाने आचरण करे तो
गुहेश्वर लिंग में परात्पर गुरु लिंग जंगम शरण कहूँगा देख।
चेन्नबसवण्णा।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English Translation
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai
Telugu Translation
Urdu Translation
ಸ್ಥಲ -
ಶಬ್ದಾರ್ಥಗಳುWritten by: Sri Siddeswara Swamiji, Vijayapura