Hindi Translationचोटी खुलकर बाल लटकने लगे सुनो पिता ।
कमर की वस्त्र खुलकर नीचे गयी थी शिव शिवा ।
पथभ्रष्ट होकर निधि नाश हुई सुना मेरे पिता ।
प्राणनाथ, करुणा से स्वीकार करो
चेन्नमल्लिकार्जुना ।
Translated by: Eswara Sharma M and Govindarao B N
English TranslationTranslated by: Dr. Sarojini Shintri
Tamil TranslationTranslated by: Smt. Kalyani Venkataraman, Chennai